Kausani Tourist Places in Hindi – कौसानी में घूमने की जगह [रहना, खाना, सबकुछ फ्री]

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Kausani Me Ghumne Ki 15 Jagah 

मैं आज सच बात बता रहा हूँ, जो भी घुमक्कड़ (यात्री) इस पोस्ट को शुरुआत से अंत तक पढ़ लेंगा, वो आज ही कौसानी यात्रा की तैयारी शुरू कर देंगा। क्योंकि में जिस जगह के बारे में आज बात कर रहा हूँ उस लोकेशन के 10 से 30 किलोमीटर के एरिया में आप जहाँ भी नजर घुमाएंगे हर तरफ हरियाली, हिमालय पर्वत, त्रिशूल पर्वत और पहाड़ी में बने खूबसूरत खेत दिखेंगे। जहाँ पर एयर क़्वालिटी इंडेक्स सबसे अच्छा हो, पीने का पानी झरने से आता हो, वहाँ पर हर कोई  व्यक्ति जाना चाहेगा। मैं बात कर रहा हूँ, अपने भारत देश के उत्तराखंड राज्य के कौसानी नामक एक खूबसूरत जगह के बारे में जिसे इसकी खूबसूरती के कारण भारत का स्विट्जरलैंड भी कहते हैं। जब मैं भी इंटरनेट से रिसर्च करके गया था, तब मुझे भी ऐसा ही लग रहा था कि यार इसको इतना बढ़ा-चढ़ा के क्यों पेश किया जा रहा है। लेकिन जब मैंने वहाँ जाकर 6 महीने से अधिक समय गुजारा और वहाँ के सभी लोकल कल्चर और पर्यटन स्थलों को देखा, तो मैंने अपनी नोटबुक में लिख दिया ‘Must visit tourist village in india‘ क्योंकि यहाँ पर जीवन का एक अलग ही अनुभव प्राप्त होता है। चलिए अब जानते है कौसानी में घूमने की जगह, जहाँ पर आपको खाना, पीना, रहना और जिंदगी का असली मजा सबकुछ मुफ्त में मिल सकता है यदि आप इस लेख को पूरा पढ़कर, इस पोस्ट में बताई बातों को अपनी नोटबुक में लिखते हो तो। Kausani Tourist Places in Hindi में 50% उन पर्यटन स्थलों को जगह दी गई है जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं ये स्थान ध्यान, साधना, योग एंव जीवन के सच्चे अर्थ को समझने के लिए सबसे अच्छी जगह है।

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Kausani Village Tour in Hindi (कौसानी गांव की यात्रा)

मुझे उत्तराखंड के कौसानी गांव की यात्रा करने का अवसर तब मिला जब मैं अनामय आश्रम में वोल्यूण्टरिग कर रहा था और मुझे किसी चीज की आवश्यकता थी और उसको खरीदने के लिए कौसानी जाना जरूरी था। हमारा आश्रम कौसानी से तीन किलोमीटर दूर था। ऐसे में हम पैदल ही मैं और मेरा एक वोल्यूण्टर दोस्त दोनों निकल पड़े। सिर्फ आधा किलोमीटर पैदल चला और गांव की खूबसूरती शुरू हो गई, जैसा इंटरनेट पर मैंने पढ़ा था, देखा था, वो सारे खूबसूरत दृश्य अपनी आंखों के सामने देखकर मैं बहुत खुश था। मुझे हर सेकेंड का आनंद आ रहा था। Kausani Village की सारी Hotels को देख रहा था, रास्ते में Adventure Activities का पॉइंट दिखा जिसमें आप ₹200 से ₹300 में बहुत सारी एडवेंचर एक्टिविज कर सकते हैं। इसके बाद गहरी घाटियां और चारों तरफ हरियाली और पेड़ देखकर मैं मंत्रमुग्ध हो गया। एक अच्छी बात मेरे जयपुर के दोस्त सौरभ ने बताई, वो ये की कौसानी गांव में कदम रखते ही हल्की ठंडी हवा हर समय हर दिन चलती है जिससे एक और गजब ही फिलिग़ आती है। कौसानी में कपड़े की और किराने की दुकान भी है जहाँ पर आप यदि खुद खाना बनाना चाहे तो कोई दिक्कत नही आएगी। सच बात बोलू तो भारत का कोई भी व्यक्ति गर्मियों की छुटियों में कौसानी घुमने आ गया तो उसका फिर घर लौटने का मन नही करेगा। घूमने के लिए, मेडिटेशन के लिए, जंगल देखने के लिए, योग करने के लिए, कुछ दिन प्रकृति के साथ बिताने के लिए कौसानी से अच्छी जगह दूसरी और कोई हो नही सकती।

#1. अनामय वैदिक आश्रम

उपरोक्त पोस्ट टाइटल में आपने निशुल्क रहना और भोजन के बारे में सुना वो यही जगह है। जिसका नाम है अनामय आश्रम। बदकिस्मती से इस जगह को places to visit in Kausani में जगह नही मिल पाई। लेकिन इस आर्टिकल के पब्लिश होने के बाद ‘कौसानी उत्तराखंड’ घूमने वाला हर हर व्यक्ति ‘Anamaya Vedic Ashram‘ जरूर विजिट करेगा। आप यहाँ पर Volunteering करके मुफ्त में 3 स्टार होटल वाली आवासीय सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। खाने में शुद्ध सात्विक और पौष्टिक भोजन आपको निःशुल्क मिलेगा। सेवाकार्य दिन में 5 घण्टे करना होता है उसके बाद आपका जहाँ मन करें वहाँ पर घूम सकते हैं। अनामय वैदिक आश्रम में आप As a Guest भी ₹700 से ₹1200/- प्रतिदिन के हिसाब से ठहर सकते हैं और Himalaya Mountain View का आनंद ले सकते हैं। बहुत जल्दी अनामय वैदिक आश्रम के बारे में एक Detailed information पोस्ट लिखूंगा।

#2. हिमालय पर्वत को देखना

जो भी इंसान ध्यान (मेडिटेशन) में रूचि रखता है या फिर पहाड़ो से प्यार करता है उसका एक सपना होता है हिमालय पर्वत को देखना। ये सपना आपका कौसानी में पूरा हो सकता है। अल्मोड़ा से जब आप बस या कार के द्वारा कौसानी आयेंगे तो आपको बीच रास्ते में ही खूबसूरत पहाड़ो का राजा, सबसे उच्चा पर्वत हिमालय अपनी खूबसूरती के साथ दिख जायेगा। और कोसानी में आने के बाद तो आप हर दिन हिमालय का साक्षात दर्शन करके मेडिटेशन कर सकते हैं। मेरा आपको सुझाव रहेगा, आप कुछ दिन कोसानी में रेंट पर रूम लेकर रुके और हिमालय को निहारे, ध्यान करें , क्योंकि ऐसा अनुभव आपको जीवन में ओर कभी शायद ही मिले।

#3. जंगल में ट्रैकिंग का मजा

कौसानी की सबसे अच्छी बात यहीं है की आप यहाँ पर जितने भी दिन रहेंगे उतने दिन आप अपने दोस्तों के साथ, फैमिली के साथ बोनफायर (bonfire) के लिए जा सकते हैं इसके अलावा आप जंगल की सैर भी कर सकते हैं। सच में यह अनुभव अमूल्य होता है जो दुनिया के बहुत कम लोगों को नसीब होता है। इसलिए आपको कौसानी में जंगल यात्रा जरूर करनी चाहिए।

#4. रात को Bonfire का आनंद

Bonfire का हिंदी में मतलब होता है जंगल से लकड़िया इकठ्ठा करके आग जलाना। ये एक तरह से जिंदगी का अगला ही अनुभव होता है जिसमें हम सब अपने ग्रुप के साथ या दोस्तों के साथ जंगल में म्यूजिक पार्टी करते हैं खाने के लिए साथ में स्नेक्स, बिस्कुट और अन्य चीजें लेकर जाते हैं। और उस क्षण को एंजॉय करते हैं। जिन दोस्तों को नाच गाना आता है वो स्पीकर पर गाना बजाकर एन्जॉय करते हैं। हां, इस बात का भी ध्यान रखें जहाँ पर भी जंगल के पहाड़ो में आप बोनफायर करेंगे वहाँ पर नींचे लोग भी रहते हैं ऐसे में ज्यादा शोरगुल ना करें। और तेंदुए (Leopard) का भी ध्यान रखें। कौसानी गांव भी कुमाऊँ मंडल में ही आता है।

#5. कपिलेश्वर महादेव मंदिर

कपिलेश्वर महादेव एक छुपा हुआ दर्शनीय स्थल है इसका कारण परिवहन की सुविधा ना होना। आपको यहाँ तक पैदल ही आना पड़ता है। जिन लोगों को घूमने का शौक है, Trekking करने में मजा आता है उन लोगों के लिए इस धार्मिक स्थल की यात्रा करना बेहद सुखद अनुभव होंगा। क्योंकि इस यात्रा के बीच बहुत सारे छोटे-छोटे गांव रास्ते में आयेंगे और घुमावदार रोड भी जिनपर चलकर आपको एक सुकून मिलेगा।
आप यहाँ पर निम्नलिखित गतिविधियां कर सकते हैं;

  • आप वहाँ पर झरने का पानी, बहता हुआ स्ट्रक्चरड़ पानी पी सकते हैं।
  • चट्टानों पर बैठकर झरने के पानी के साथ ध्यान कर सकते हैं।
  • झरने में नहाने का आनंद ले सकते हैं

यह भी पढ़े ⇒  झरने में नहाने के फायदे [Benefits of Bathing in Waterfall]

#6. बैजनाथ मंदिर

kausani to baijnath temple uttarakhand मात्र 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक ऐतिहासिक देखने लायक जगह है। जहाँ पर आप 40 मिनट में दूरी तय कर सकते हैं। नदी के किनारे पर बना प्रसिद्ध बैजनाथ मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है। जिसके बारे में कहा जाता है की इसे कुमाऊं कत्युरी राजा ने लगभग 1150 ईस्वी में बनवाया था।

#7. अनाशक्ति आश्रम

अनाशक्ति को गांधी आश्रम के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि स्वतंत्रता आंदोलन के समय महात्मा गांधी यहाँ पर रुके थे। गाँधी आश्रम कौसानी को जितना बढ़ा चढ़ा कर दिखाया गया, वैसा वहाँ पर कुछ भी नही है। रहने का जो गेस्ट हाउस है उसकी भी सफाई ढंग से नही होती। इसके अलावा जो संग्रहालय है उसके अंदर ही प्राथर्ना होती है। और गाँधीजी के वचनों की धज्जियां उड़ा रहा है यहाँ का प्रशासन। अनाशक्ति आश्रम के अंदर ही एक छोटी टपरी बनी हुई है जहाँ पर गुटखा, चाय, सुपारी जेसी अखाद्य पर्दाथ बिक रहे हैं।

#8. टी इस्टेट

कौसानी टी एस्टेट का हिंदी में मतलब है ऐसी जगह जहाँ पर भिन्न भिन्न प्रकार के चायपत्ती के बागान आपको देखने को मिलेंगे।जो प्रकृति और चाय प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग के सामान है। कौसानी टी एस्टेट लगभग 4 किलोमीटर क्षेत्रफल के दायरे में फैला हुआ है।

#9. कवि सुमित्रानंदन पंत गवर्मेन्ट म्यूजियम

प्रसिद्ध हिंदी कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली भी यहीं पर है। सरकार ने उनके देश के प्रति हिंदी साहित्य में विशेष योगदान के लिए उनको श्रद्धांजलि के रूप में संग्रहालय बनवाया है। कवि सुमित्रानंदन पंत संग्रहालय में पंतजी ने अपने जीवन में जितने भी साहित्य, उपन्यास, रचनाएं एंव पुस्तकें लिखी वो सब इस कविथि में रखी हुई है कवि सुमित्रानंदन पंत का घर भी इसी संग्रहालय की परिसर में ही बना हुआ है। उनके जीवन से जुड़ी सभी यादें आप इस संग्रहालय में देख सकते हैं । वहाँ के म्यूजियम मैनेजर से बातचीत के दौरान पता चला की अभी इसका Renovation चल रहा है। हो सकता है आपको कुछ सालों बाद ये जगह अधिक खूबसूरत दिखे। Hindi Poet Sumitranndan Pant Museum Address सागर होटल के नीचे की तरफ़ जाने वाले रास्ते में आपको बाए तरफ दिखेगा। बाहर के मुख्य प्रवेशद्वार पर आपको म्यूजियम के बारे में थोड़ी जानकारी प्राप्त हो जाएगी। अंदर सबसे पहले प्रतिमा बनी हुई है उसके बाद म्यूजियम गैलेरी।

#10. शॉल फैक्टरी

कौसानी 12 महीने सामान्य से भयंकर वाली ठंड रहती है शायद यही कारण रहा होंगा की यहाँ पर एक बड़ी शॉल फैक्टरी बनी हुई है। आप सीधे शॉल फैक्टरी से उत्तम किस्म की रंगीन शॉल खरीद सकते हैं।

#11. Starscapes वेधशाला

कौसानी में यह आपके लिए एक यूनिक ट्रेवल एक्टिविज होंगी। यहाँ पर आप तारामंडल शो, सौर मंडल कैसे काम करता है उसको थ्रीडी एनिमेशन के जरिए देख सकते हैं। इसको देखने में डेढ़ घण्टे से अधिक समय लगता है। एंट्री फीस सभी एक्टिविज करने के ₹1050 है। बाकी आप Starscapes Observatory में हिमालय और नेचर शो मात्र ₹150 में देख सकते हैं। इस वेधशाला को एक प्राइवेट कंपनी आयोजित करती है। बाहर से ये Starscapes Observatory बहुत अच्छा दिखता है । मैंने ऐसा सुना है की इन लोगो का धंधा तभी चलता है जब हिमालय दिखता है। कुछ भी हो यदि आप ट्रेवलर है तो ये भी अनुभव लेना चाहिए।

#12. रुद्रधारी जलप्रपात

रुद्रधारी वाटरफॉल कौसानी से 12 किलोमीटर की दूरी पर कौसानी-अल्मोड़ा रोड पर मौजूद एक जगह है। जहाँ आप जलप्रपात के साथ गुफाएं, और मंदिर भी देखने को मिलेंगे।

#13. प्लेटिनियम

kausani planetarium in hindi का मतलब है इस जगह पर आप बड़ी स्क्रीन पर हमारे सभी ग्रह किस तरह काम करते हैं उनको लाइव देख सकते हैं। एक से दो घण्टे आप यहाँ पर समय व्यतीत कर सकते हैं।

#14. लक्ष्मी आश्रम और सरला बहन म्यूजियम 

लक्ष्मी आश्रम को महात्मा गांधी की विदेशी अनुयायी कैथरीन हिलमैन द्वारा बनवाया गया था। कैथरीन ने लक्ष्मी आश्रम कुमाऊँ मंडल की महिलाओं और लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बनाया था। आज भी बहुत सी अनाथ लड़कियां यहाँ पर कई प्रकार के कार्य सीखती है। हालांकि मैं  लक्ष्मी आश्रम के अंदर सोमवार गया था, मुझे तो कोई महिला अंदर काम करती नजर नही और सरला बहन संग्रहालय भी बंद था। मतलब हर सोमवार और राजकीय अवकाश को Bahen sarla museum and laxmi ashram बंदरहता है। Entry बिल्कुल Free है।

#15. पिन्नाथ ट्रेक

कौसानी से सिर्फ 5 किलोमीटर ट्रेक के माध्यम से पिन्नाथ पहुंचा जा सकता है। पिन्नाथ ट्रेक पूरा बर्फ से ढका होता है इसलिए चलने में भी आनंद आता है।

FAQ

कौसानी बजट टूर कितना होंगा?

कौसानी घूमने के लिए होटल, आना-जाना, खाना और ट्रांसपोर्ट के किराए को जोड़ दे तो लगभग ₹4000 से ₹5000/- रुपए में आप सभी पर्यटक स्थल देख लेंगे। फिर भी आपके पास ₹7000 से 10,000 रूपए होने चाहिए।

कौसानी गांव से नजदीकी पर्यटन स्थल कौनसे है?

भगवान शिव का बैजनाथ मंदिर, ग्वालदम, पिन्नाथ ट्रेक, कैंचीधाम में नीम करौली बाबा एंव सोमेश्वर शहर की खूबसूरती घाटियां। इसके अलावा आप गरुड़ और अल्मोड़ा शहर को भी देख सकते हैं।

कौसानी को भारत का स्विट्जरलैंड क्यों कहा जाता है?

कौसानी को भारत का स्विट्जरलैंड इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहाँ पर चारों तरफ सुंदरता ही सुंदरता बिखरी पड़ी है। आपको कार चलाते समय, बाइक राइडिंग करते समय एंव जंगलो में घूमते समय हर बार आनंद की अनुभूति होंगी। मेरा अनुभव शानदार रहा। गांधीजी की यात्रा के बाद यह जगह पूरे देश में बहुत लोकप्रिय हो गई।

कितने दिन में कौसानी पूरा घूम सकते हैं?

आप तीन से पांच दिन में इस पोस्ट में बताई गई सारी जगहों को अच्छे से देख सकते हैं और वहाँ पर कुछ समय जीवन में शांति और खुशहाली के लिए व्यतीत कर सकते हैं। मेरा आपको सुझाव रहेगा की आप एक किराए पर कैब बुक कर ले, ताकी वो कम पैसो में कम समय में सारे महत्वपूर्ण जगह आपको दिखा दे।

कौसानी में बर्फबारी कब होती है?

जब भी कौसानी में बारिश होती है तब यहाँ पर बर्फबारी शुरू हो जाती है। अक्सर जनवरी एंव फरवरी महीने में बारिश होती है और इस समय फिल्मों वाला सीन बन जाता है। बर्फबारी के बीच फोटो खींचवाने का एक अलग ही मजा आता है।
बर्फबारी में आप कौसानी गांव की यात्रा करते हो, तो ये फोटोशूट के लिए सबसे बेस्ट जगह है।

कौसानी देखने का सबसे अच्छा समय कौनसा है?

फरवरी, मार्च, अप्रैल ये तीन महीने कौसानी विजिट करने के लिए सबसे अच्छा समय है क्योंकि इस समय ठंड बहुत कम होती है। हालांकि इन तीन महीनों में भी सर्दी रहती है लेकिन वो सुबह और शाम ही रहती है। इसीलिए कौसानी को हिल स्टेशन भी बोला था है। नवम्बर, दिसम्बर में तो यहाँ का तापमान माइनस 2 डिग्री सेल्सियस हो जाता है।

Kausani Famous Street Food

कौसानी में बहुत सारी बेकरी की दुकाने है जहाँ पर आप प्रेस्टीज, क्रीम रॉल, केक, नान कटाई, ब्रेड, खारी, बहुत सारी खाने की चीजें हैं इसके अलावा किराने की दुकान पर आप बहुत सारी स्थानीय लोकल अच्छी हेल्दी चीजें भी खा सकते हैं। यहाँ के समोसे और छोले की सब्जी एकमात्र local Street food है ज्यादातर लोग यहीं खाते हैं।

आज आपने उत्तराखंड राज्य के कौसानी गांव (kausani uttarakhand in hindi) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की।

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