Simple Meditation in Hindi – आसान मेडिटेशन टेक्निक नए लोगों के लिए

Simple Meditation in Hindi

नमस्कार दोस्तो, आपका हमारे ब्लॉग ” internet Gyankosh” में स्वागत है। आज हम सीखेंगे भारत देश की आध्यात्मिक विद्या, रहस्यों भरे ध्यान के बारे में। ध्यान को अंग्रेजी में मेडिटेशन (Meditation) कहते हैं। आज आपने देखा होंगा, मेंटल प्रॉब्लम ज्यादा बढ़ रही है, लेकिन उसका इलाज किसी भी दवाई से संभव नही है ऐसे में देश-विदेश के लोग अब भारतीय मेडिटेशन को अपने जीवन में उतार रहे हैं। पहले ध्यान सिर्फ भारत में ही सीखाया जाता था परंतु अभी विदेशों में भी इसके सेंटर खुल गए है। आज आप इस आर्टिकल में रियल लाइफ ध्यान का महत्व, फायदे और चमत्कार पढ़ेंगे। इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढे। मैं वादा करता हूँ, इस ब्लॉगपोस्ट को पढ़ने के बाद आपको ध्यान के बारे में बहुत सारी अद्वितीय जानकारी प्राप्त होंगी।

ध्यान कैसे करें? [Meditation Karne Ka Saral tarika]

अब सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि ध्यान करने का सही तरीका क्या है? इसके बारे सटीक निर्देशित जानकारी इंटरनेट पर बहुत कम उपलब्ध हैं। इसलिए आज हम आपको एक सही तरीका बतायेगे जो योगी लोग करते थे। हमारे ऋषि-मुनि इसी तरीके से ध्यान करते थे इसलिए वे इस महान विद्या का पूरा लाभ उठा पाते थे।

स्टेप बाय स्टेप गाइड को फॉलो करें [Guided Meditation in Hindi]

1. सबसे पहले अपने घर की छत पर चले जायें या फिर अपने आसपास किसी भी ऐसे स्थान पर चले जायें जहाँ आपके अलावा और कोई दूसरा इंसान न हो।


2. अभी आप अपनी योगा मेट या कोई भी चदर नीचे आंगन पर बिछा दे और सुखासन (पालथी मारकर) में बैठ जाये।


3. अभी आप ध्यान मुद्रा लगाए ( अपने अंगूठे को तर्जनी अंगुली पर लगाये) तर्जनी मतलब हाथ की पहली अंगुली।


4. अगर आपके पास Meditation Ear Bud हो, तो ओर भी अच्छा उससे बाहर की थोड़ी बहुत भी आवाज अंदर कानो में नही आयेगी।ऑनलाइन स्टोर से भी ‘ईयर बर्ड’ खरीद सकते हैं। पैसे खर्च करना नही चाहते तो बढ़िया दिया-बाती वाली रूई डाल दीजिए।

5. अभी धीरे-धीरे दस बार लंबी गहरी सांस ले।


6. सांस लेते समय अपने मन में ही उल्टी संख्या गिन ले। इस तरह: 10,9,8,7,6…….0 तक।


7. जैसे ही आप दस बार सांस ले लेते हैं। अभी आपको अपनी तरफ से कुछ भी नही सोचना है। जो कुछ भी अंदर हो रहा है उसे महसूस करें।


8. अगर कोई विचार आ भी रहे हैं तो उसको आने दो, रोको मत। थोड़ी देर बाद सब विचार चले जायेंगे।


9. अभी फाइनल स्टेप में आपको अपने अंदर चल रही साँसों पर ध्यान केंद्रित करना है। आपकी आती-जाती सांसों की आवाज को सुनना हैं।


10. शुरुआत में दस दिन पांच मिनट करने का अभ्यास करे। फीर दस दिन बाद दस मिनट उसके बाद अधिकतम आप हर दिन 30 मिनट तक कर डेली ध्यान कर सकते हैं। इसकी कोई लिमिट नही है जबतक आपको अच्छा लगे, जितना आपके पास समय हो उतनी देर कर सकते हैं। पर एक आदर्श समय 10 मिनट है।

ध्यान कब करें? [Best Time for Meditation in Hindi]

हमारे शास्त्रों के अनुसार मेडिटेशन करने का सबसे अच्छा समय ब्रह्ममूहर्त बताया है। ब्रह्ममूहर्त का मतलब सुबह 5 बजे से पहले का समय या सुबह 3 बजे से 4 बजे तक। पर इसी समय क्यों? ध्यान का मतलब ही यही होता है की आपको किसी चीज पर अपना फोकस करना है। ऐसे में आपको एकदम शांत वातावरण चाहिए। और शांत वातावरण बिना किसी उलझन या डिस्ट्रैक्शन फ्री माहौल आपको सुबह ही मिलता है। दोपहर को या सुबह सूर्योदय के बाद शोरगुल काफी बढ़ जाता है। सुबह सूरज उगने से पहले ध्यान करने का दूसरा कारण यह भी है की इस समय आपका अवचेतन मन (Subconscious Mind) एक्टिव रहता है। वैसे आप दिन में किसी भी समय कर सकते हैं बस शर्त एक ही है की आपका आसपास का Environment शांत होना चाहिए।

 

ध्यान करने से क्या होता हैं : Meditation Secret & Benefits in Hindi


1.ध्यान करने का सबसे बड़ा फायदा यह है –   हमारे दिमाग में प्रतिदिन 60,000 से अधिक विचार आते हैं। और इन 60K थॉट्स में से सिर्फ दस प्रतिशत या एक प्रतिशत विचार ही काम के होते हैं। Simple Meditation in Hindi – आसान मेडिटेशन टेक्निक नए लोगों के लिएसे में जब आप मेडिटेशन करते हैं तो आपके दिमाग में आ रहा फालतू कचरा बाहर निकल जाता है। पूरी तरह से विचार आने तो बंद नही होते पर रिसर्च के अनुसार 50% Thoughts कम हो जाते हैं। जो एक बहुत अच्छी बात है। इससे आपकी Productivity बढ़ती है।


2. दूसरा सबसे बड़ा फायदा ध्यान करने से आपका दिमाग एकदम Pure हो जाता है। जिससे आपको भौतिक दुनिया में किसी भी चीज का मोह नही रह जाता। आप जिस भी फील्ड में सफल होना चाहते हो उस लक्ष्य की योजना पर आप पूरी लगन से काम करते हो जिससे आपको वह चीज मिल जाती है जो आपका सपना है।


3. वैज्ञानिक अनुसंधान में वह कई यूनिवर्सिटी की स्टडीज में यह साबित हो चुका है की ध्यान करने से तनाव तो कम होता है। इसके अलावा आप किसी भी मानसिक समस्या जैसे;- डिप्रेशन, स्ट्रेस, Anxiety आदि से जूझ रहे हो तो, वो मात्र सात दिन में सही हो जायेगी। आपको बाजार की अंग्रेजी Antibiotics Tablets खाने की जरूरत नही है।


4. कुछ दिन ध्यान करते ही आपके अंदर चमत्कारिक बदलाव आने लगेंगे। आपसे वो सारी चीजे अपने आप छूट जायेगी। जो बुरी है, जो आपको दुख देती है।


5. अक्सर ये भी देखा गया है की मांसाहारी लोग एक महीने ध्यान करने बाद शुद्ध शाकाहारी बन जाते हैं। आपमें ममत्व और दयालुता का भाव जागृत हो जाता है। जिससे आप इंसानों के साथ दुनिया में मौजूद हर पशु-पक्षियों से प्यार करते हैं। उन्हें अपने बच्चे की तरह ही देखते हैं।


6. ध्यान हर महापुरुष और महान ऋषि- मुनि, साधु-संतों ने किया है। उसी का परिणाम है की वे अन्य लोगो से ज्यादा अच्छा सोच पाते थे, Quality Work, Produce कर पाते थे। आप खुद किसी भी महान इंसान की जीवनी पुस्तक पढ़ना उसने ध्यान का जिक्र जरूर किया होंगा।


7. योगी लोग ये भी कहते हैं की ध्यान करने से शरीर की बहुत सारी आंतरिक शक्तियों का उदय होता है। जिससे उस इंसान में एक गजब का पॉवर आ जाता है। यहाँ तक की चक्र और कुंडलिनी शक्ति का जाग्रत हो जाती है।


8. यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव रहा है। जब आप ध्यान करके उठते हो, तो एकदम फ्रेश औऱ कमाल की फिलिंग आती है। आप पूरे दिन खुश रहते हो, आपके चेहरे पर पूरे दिन मुस्कान देखकर अन्य लोगो के चेहरे पर खुशियां आ जाती है।


9. ध्यान करना या मौन रहना दोनो अलग-अलग शब्द है परंतु दोनो का अर्थ एक ही है। इसीलिए कहा भी गया है – आपके जीवन की सारी समस्याओं का समाधान है चुप रहना।


10. भगवान बुद्ध व अन्य प्रसिद्ध साधु-संतों की सफलता व विचारों को देखने के बाद, मैंने पाया, जिस प्रकार प्रतिदिन योग जरूरी है, उसी प्रकार प्रतिदिन मेडिटेशन जरूरी है।


11 इतना गहरा रिसर्च करने के बाद पता चला, क्यों महान लोग कहते हैं – ” ध्यान का सीधा सम्बंध आपकी सफलता व अमीरी से हैं!

 

ध्यान (मेडिटेशन) करते समय ये काम/गलतियां बिल्कुल ना करे

  • म्यूजिक बिलकुल ना सुने।
  • ध्यान करते समय कुछ भी ना खाएं। ध्यान खत्म होने के बाद आप कुछ भी खा सकते हैं।
  • जब आप गुस्से में हो तब भूल से ध्यान न करें क्योकी उस समय आपको कोई लाभ प्राप्त नही होंगा।
  • मेडिटेशन से पहले कोई भी ऐसी एक्टिविटी ना करे जिससे ध्यान लगाते समय वो बातें आपको परेशान करें।
  • अपने पास कोई भी डिजिटल गैजेट ना रखें। विशेषकर मोबाइल क्योकी एक नोटिफिकेशन की आवाज आपकी ध्यान साधना भंग कर सकती है।

 

Types of Meditation in Hindi (मेडिटेशन कितने प्रकार का होता है? )

नींचे बताये 7 प्रकार के सबसे अधिक शक्तिशाली ध्यान का अभ्यास आप करते हैं तो आप एक अलग इंसान बन सकते हैं। दुनिया की 99% भीड़ से अलग हो सकते हैं।


[अ] Morning Meditation – यह मेडीटेशन सुबह ब्रह्मामूर्हत में की जाती है। यह सबसे उत्तम और सबसे अधिक लाभ देने वाला ध्यान हैं।


[ब] Night Meditation – यह मेडीटेशन शाम को सोते समय किया जाता है। इसकी प्रकिया हूबहू वही होती है। इसको सोते समय करने से मन पूरा शांत हो जाता है। और आप एक फ्रेश फिलिंग के साथ सुबह उठ पाते हो।


[स] Yog Nindra Dhyan –  योग निंद्रा मेडिटेशन के बारे में एक अलग से सम्पूर्ण Guided आर्टिकल आपके लिए लिखा हुआ है इस लिंक पर क्लिक करके आप ये पोस्ट पढ़ सकते हैं।

लेख पढ़े –  योग निद्रा कैसे करे? योग निंद्रा करने के 25 फायदे


[क] vipassana in hindi –  विपासना मेडीटेशन भगवान बुद्ध द्वारा बनाया गया सबसे पॉवरफुल मेडिटेशन में से एक है। इसको करने से आपका दिमाग बिल्कुल प्योर हो जाता है। फिर आप सभी तत्व, वस्तुओं, मनुष्यों, स्त्रियों को समान दृष्टि से देख पाते हो।


[ख ] 7 chakra meditation in hindi –  इस मेडीटेशन का उद्देश्य हमारे मानव शरीर की सबसे बड़ी ताकत व इसके अंदर मौजूद सात चक्रों को जाग्रत करना हैं।


[ग] mantra meditation in hindi –  इस प्रकार के मेडिटेशन में हम किसी भी एक मंत्र का जप करते है। उसी मंत्र पर ध्यान केंद्रित करने से हमारा मंत्रजप भी हो जाता हैं। अगर आप सही मंत्र का चुनाव करके ध्यान करते हैं तो आपको इसका पूरा लाभ मिलेंगा। इसके लिए आप नींचे दिए गए पोस्ट को पढ़े। इस आर्टिकल में आप पढेगें, दुनिया के सभी प्रकार के शक्तिशाली मंत्रों के नाम वह मंत्रजप के फायदे।

लेख पढ़े –   मंत्र क्या है? दुनिया के सबसे शक्तिशाली मंत्रो के नाम और उनके लाभ



[घ] Kundilini Meditation –  हमारे शरीर के अंदर जिस प्रकार सात चक्र होते हैं। उसी प्रकार एक और आध्यात्मिक शक्ति होती है जिसका नाम है – कुंडलिनी शक्ति। उस कुंडलिनी जागरण के लिए इस प्रकार का ध्यान किया जाता हैं।

FAQ On Dhyan 

प्रश्न 1.) Dhyan karne ke nuksan

उत्तर –  नुकसान उन लोगो को है जिनके परिवार का पेट गलत कार्यो को करके भरता है।  जैसे ;- मान लो कोई कसाई है वो। हर दिन बकरा और मुर्गा काटकर अपनी आजीविका चलाता है। ऐसे में वो कसाई यदि दस दिन लगातार ध्यान कर देंगा तो वो मुर्गा काट नही पायेगा। उसके अंदर ममत्व, दया, करुणा का भाव आ जायेगा। ठीक इसी तरह जो भी व्यक्ति गलत, अनैतिक और प्रकृति के विरुद्ध कार्य करके पैसा कमाते हैं उन लोगो को अपने काम छोड़ने पड़ेगे। 

प्रश्न 2.) Dhyan ki khoj kisne ki (who invented meditation)

उत्तर – बिकाऊ इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया ने तो ध्यान (मेडिटेशन) के अविष्कारक को जापान और चीन को घोषित कर दिया। जबकी वास्तविक इस विद्या का अविष्कार सनातन (हिन्दू) धर्म के प्राचीन ऋषियों ने किया था। देवताओं में भगवान शंकर का नाम सर्वप्रथम आता है। हमने कई बार चलचित्र के माध्यम से भगवान शिव और ब्रह्माजी को ध्यानावस्था में देखा है। वही भारत के सभी ऋषियो को भी आपने  ध्यान करते देखा होंगा।

प्रश्न 3.) Dhyan ki shuruaat kaise karen?

उत्तर –  ध्यान की शुरुआत एक लंबी गहरी सांस लेकर करे। शुरुआत में 10 से 1 तक उल्टी गिनती बोलकर सांस अंदर ले और बाहर छोड़े। फिर कुछ देर बाद सुन होकर बैठ जाये और आती-जाती सांस को देखे।

 

इस तरह आपने इस आर्टिकल में पढ़ा, समझा और सीखा की ध्यान( मेडिटेशन) क्या है, कैसे करें और ध्यान के फायदे, सीक्रेट क्या है। अगर आप एक आध्यात्मिक व्यक्ति है तो इस पोस्ट को सभी जगह शेयर करे वह देश में अच्छे लोगो की क्रान्ति लाये। आपको ध्यान करने से क्या लाभ प्राप्त हुआ, नींचे अपने विचार हमे बताये।

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