गोरमघाट यात्रा कैसे करें? Goram Ghat के बारे में जानकारी व मेरा अनुभव

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Goram Ghat के बारे में पूरी जानकारी 

पंद्रह साल की उम्र से लेकर चौबीस साल की उम्र तक मैं, अनगिनत गोरमघाट की यात्रा परिवार के साथ, दोस्तो के साथ एंव रिश्तेदारों के साथ कर चुका हूं। लेकिन आज मुझे बहुत खुशी हो रही है की ये सारा अनुभव मैं आज आप सभी लोगो के साथ साझा करने वाला हूँ। मेरा यकीन मानिए, आप चाहें राजस्थान से ये पोस्ट पढ़ रहे हैं या फिर भारत के किसी भी शहर, गांव, राज्य से, ये टूर आपके जीवन का सबसे यादगार ‘सफर’ हो सकता है। क्योकी रेलयात्रा के लिए तो ये रुट प्रसिद्ध है ही, साथ ही कुछ और ऐसी बातें है जो आपको इस स्थान से हमेशा के लिए जोड़कर कर रखेंगी। आप भी मेरी तरह हर किसी को वेकेशन / हॉलिडे पर गोरमघाट ही घूमाने लेकर जायेगे।

गोरमघाट कहाँ है?

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गोरमघाट एक जगह का नाम है जो जंगलो में, पहाड़ के बीचों बीच मौजूद है। यह जगह राजस्थान के पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन तहसील के अंदर  स्थित फुलाद गांव के नजदीक स्थित है।

गोरमघाट के लिए ट्रेन कहाँ से मिलेंगी और गोरमघाट के लिए ट्रेन कितने बजे हैं?

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गोरमघाट जाने के लिए पूरे भारत देश से आपको सिर्फ तीन ही रेल चलती है। पहली रेल मारवाड़ जंक्शन से और दूसरी रेल मावली जंक्शन से और तीसरी ट्रेन फुलाद जंक्शन से। यदि आप राजस्थान के पाली, उदयपुर और जोधपुर जिले को छोड़कर शेष किसी भी शहर, गांव, राज्य से ‘गोरमघाट रेलयात्रा’ करने के लिए आना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे बेस्ट मारवाड़ जंक्शन रेलवे स्टेशन रहेगा।

Marwar To Mavli Train से गोरमघाट यात्रा का भरपूर आनंद ले। (Marwar Junction to Goram Ghat train time table, Route, Ticket price)

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उपरोक्त इमेज में आपने मारवाड़ टू मावली मीटर गेज ट्रेन यात्रा के दौरान कितने रेलवे स्टेशन आयेंगे उसके बारे में पढ़ा। ये ट्रेन मारवाड़ जंक्शन रेलवे स्टेशन से सुबह साढ़े ग्यारह  11:30 A.M से शुरू होती है। और शाम ठीक सात 7:00 PM बजे आपको मावली जंक्शन उतार देंगी। मावली से उदयपुर मात्र 40 मिनट का रास्ता है। यहाँ से उदयपुर के लिए आपको डायरेक्ट ट्रेन मिल जायेगी। आपको बता दूं इस रेल की यात्रा मैंने 2018 में ग्रुप में उदयपुर में एक सेमिनार अटेंड करने के लिए की थी। सच में यदि आप परिवार के साथ, या ग्रुप में ट्रेवल करोंगे या फिर आपके पास कुछ न कुछ खाली समय में करने के लिए प्रोडक्टिव चीज है तो आपके लिए सबसे अच्छा सफर हो सकता है। इस पूरे सफर के दौरान आपको राजस्थान के गांव के लोग कैसे रहते हैं, पहाड़ो में लोग घर बनाकर कैसे रहते हैं, जंगलो में रहने वाले राजस्थानी लोगों का जीवन कैसा होता है इन सब विषयों पर एक गजब का अनुभव लेकर आप घर जायेगे। इसके अलावा इस पूरे सफर में आप अरावली पर्वतमाला (Aravali Hills) के सभी पहाड़ ट्रेन से ही देखने को मिलेंगे।  पाली जिले के अलावा आपको मेवाड़ की संस्कृति, लोग, भाषा इन सबको एक्सप्लोर करने का भी मौका मिलेगा। टिकट का किराया ₹70 से ₹100 के बीच में होता है। मारवाड़ से मावली कुल दूरी  सात घण्टे (7 Hours) की है। टोटल डिस्टेंस 151 किलोमीटर है।

फुलाद से गोरमघाट के लिए ट्रेन समय-सारणी (Phulad To Goram Ghat Train)

यदि आपको कम समय में गोरमघाट की रेलयात्रा का आनंद लेना है, जिसके अंदर सुरंग और रेलवे ब्रिज भी शामिल हैं तो आपको फुलाद जंक्शन से यात्रा करनी चाहिए। ये सिर्फ उनके लिए है जो उदयपुर, मारवाड़, पाली, अजमेर, जोधपुर, सिरोही के लोग है। क्योंकी इनके लिए ये स्टेशन नजदीक है। बाकी शेष भारत के सभी नागरिकों के लिए मारवाड़ जंक्शन से ‘ Marwar-Mavali Passenger’ सवारी गाड़ी (रेल का नाम) यात्रा ही सबसे अच्छी होंगी। इस रेल के पूरे कोच डिब्बे  अनारक्षित (Unreserved) है। ज्यादातर लोग बिना टिकट ही बैठते हैं। लेकिन आपके पास पैसे है तो टिकट लेने में कंजूसी ना करें।

उदयपुर से गोरमघाट के लिए कौनसी ट्रेन है? (Udaipur To Goram Ghat Train Time table, Route, Distance)

उदयपुर शहर से कोई भी डायरेक्ट रेल सेवा नही है। आपको उदयपुर से आधे घण्टे की दूरी पर स्थित मावली जंक्शन आना होंगा। यहाँ से हर दिन सुबह साढ़े सात 7:25 AM मिनट पर ट्रेन मारवाड़ जंक्शन के लिए रवाना होती हैं इसी यात्रा के दौरान आपको गोरमघाट दिखेंगा। आप यहाँ पर ट्रेन से उतरकर इस पोस्ट में बताए गए गोरमघाट हिल स्टेशन के सारे टूरिस्ट प्लेस को पूरे दिन घूमकर एन्जॉय कर सकते हो। दोपहर के 2 बजे मारवाड़ जंक्शन स्टेशन पर इसका अंतिम स्टॉप है। कुल 6 से 8 घण्टे की यात्रा होंगी।

गोरमघाट कैसे पहुँचे? How To Reach Goram Ghat?

By Road –  सड़क मार्ग से गोरमघाट पहुँचने के लिए सबसे पहले आपको पाली जिले में आना होंगा। पाली शहर से भारत के सभी बड़े नेशनल हाईवे जुड़े हुए हैं। यहाँ से आपको सीधे मारवाड़ जंक्शन आना है  > मारवाड़ जंक्शन से स्टेट हाईवे – 61, पाली-भीलवाड़ा रोड से सीधा फुलाद आना है। पाली से फुलाद गांव 67 किलोमीटर दूर है। जो की आप दो घण्टे में आराम से आ सकते हैं। फुलाद से गोरमघाट तक के सफर में आप अपनी कार को अंदर जंगलों में लेकर जा सकते हैं। ध्यान रहे आप पक्के ड्राइवर (Driving Expert) हो तभी अंदर कार लेकर घुसना। वरना नया ड्राइवर डर जायेगा या फंस जायेगा। साहसिक गतिविधियों से भरा हुआ पूरा एडवेंचर रोड है।

By Flight  –  हवाई मार्ग से गोरमघाट आने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा महाराणा प्रताप एयरपोर्ट और जोधपुर घरेलु हवाई अड्डा है। उदयपुर शहर में स्थित महाराणा प्रताप एयरपोर्ट आपके लिए नजदीक पड़ेगा।

By Train – अलग से इसी पोस्ट में पूरी जानकारी दे दी है। नज़दीकी रेलवे स्टेशन मारवाड़ व फुलाद जंक्शन है।

वन विभाग गोरमघाट (Department of Forest Latest Update)

सन्  2022 से पहले यदि आप गोरमघाट पर्यटन क्षेत्र घूमने कार से या बाइक से आते थे तो सबकुछ निशुल्क (Free) था।  लेकिन अब साल दर साल पर्यटकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए टाडगढ़ रावली वन विभाग ने अब प्रवेश शुल्क लगा दिया है। प्रति व्यक्ति Ticket Price 30 रूपये है। यदि आपका ग्रुप में है या पूरे परिवार के साथ आये हो तो कार अंदर ले जाने के लिए आपको 300/- रूपये देने होंगे। इसकी बकायदा आपको पर्ची (Ticket slip) भी मिलेंगी।

Future Tourism Development Projects in Goram Ghat Rajasthan

सभी गोरमघाट प्रेमियों के लिए एक खुशखबरी है। वन विभाग और पर्यटन विभाग मिलकर साल 2024 से पहले पूरे मगरा (गोरमघाट पहाड़ व जंगल)  क्षेत्र का कायाकल्प करने वाली है। मतलब आप फिर कार, बाइक व बस लेकर सभी महत्वपूर्ण जगहों को बिना किसी परेशानी देख सकते हैं। यहाँ पर टूटे-फूटे गड्डो वाली सड़क पर नयी सड़क बनाई जायेगी। इसके अलावा  गोरमघाट के विकास की विभिन्न योजनाए इस प्रकार है;

[१] बोटिंग – यहाँ पर एक कृत्रिम झील का निर्माण किया जायेगा। जिससे की गोरमघाट आने वाले पर्यटक नौकायान का लुफ्त उठा सके।

[२] जिप्सी सफारी –  फुलाद गांव ( Phulad Village, Pali district, Rajasthan) से वन विभाग की गाड़ियां खड़ी होंगी। जिसको 200 से 300 रूपये में बुकिंग करके जीप में बैठे-बैठे पूरा आनंद ले सकते हैं।

[३] वन्यजीव अभ्यारण्य –  मेरे अनुसार इसको बनाने की कोई आवश्यकता नही है क्योकी आप किसी भी समय इस पर्यटन क्षेत्र में घूमने जायेगे तो आपको काले मुंह वाले बंदर, मोर, हिरन और अन्य जंगली पशु-पक्षी रास्ते में ही दिख जायेगे।

[४] फोटोग्राफी –  पर्यटन विभाग आपके द्वारा खींचे गए फोटोज का भी पैसा वसूलेगा। पहले आप कैमरा और मोबाइल लेकर अंदर जाकर अनलिमिटेड फोटोशूट कर सकते थे लेकिन अब आपको प्रवेशद्वार से ही इसका भी अलग से चार्ज देना होंगा।

[५] प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार –  गोरमघाट पहाड़ी क्षेत्र में पांच से ज्यादा प्राचीन मंदिर बने हुए हैं इनको भी अच्छे से जीर्णोद्धार किया जायेगा इसके अलावा इनका इतिहास और महत्व के बारे में भी जानकारी शिलालेख के द्वारा सैलानियों को दी जायेगी।

गोरमघाट में रेलयात्रा के अलावा और कौनसी देखने लायक जगह है? (Goram Ghat Tourist Places)

ज्यादातर क्या 99% लोग गोरमघाट रेलयात्रा का आनंद लेकर चले जाते हैं लेकिन जो घुम्मकड़ (Traveller) होता है वो उस जगह के आसपास सारी अच्छी जगह को घूमना पसन्द करता है जो की एक यात्री होने के पॉइंट ऑफ व्यू से अच्छी बात है गोरमघाट पहाड़ क्षेत्र में ही बहुत सारे दर्शनीय और घूमने लायक जगह है इन निम्नलिखित जगहों पर मैं एकबार नही सेकड़ो बार गया हूँ। लेकिन 2022 में मुझे मौका मिला इस जानकारी को देश के करोडो लोगो तक पहुँचाने का। गोरमघाट के अंदर ही कुल 7 टूरिस्ट प्लेस है जिसके बारे में जानकारी ये रही ;

#1.  जोगमंडी प्राकृतिक झरना (Jogmandi Waterfall information)

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इस जोगमंडी वाटरफॉल झरने का आनंद आप बारिश के मौसम (मॉनसून सीजन) में ले सकते हैं। इस झरने तक पहुँचने के दो रास्ते है पहला रास्ता आपको फुलाद गांव से कार या बाइक लेकर आ सकते हैं। यहाँ पर फुलाद गांव से किसी भी लोकल गाइड से निशुल्क सलाह मांग सकते हैं वो आपको बता देंगे। मेरे अनुभव की बात करूं तो रेलवे ब्रिज पर एक सेल्फी पॉइंट है जिस पर चलकर लोग सेल्फी खींचते हैं जब आप उस पर चलेंगें तो एक समतल जगह आयेगी। जहाँ पर वन विभाग का संकेत बोर्ड़ भी लगा हुआ है ‘ जोगमंडी प्राकृतिक दर्शनीय स्थल’ (Jogmandi Waterfall) नाम से। इस ब्रिज के पास ही आप सीढ़ियों के मार्ग से नीचे उतरेंगे तो ये झरना आपको दिख जायेगा। दूसरा रास्ता जोगमंडी झरने तक पहुँचने का रेलमार्ग से है। आप जिस रेल से गोरमघाट के लिए यात्रा कर रहे हैं वो रेल गोरमघाट रेलवे स्टेशन पर रुकेंगी उस समय आपको वहाँ पर रुक जाना है और ट्रेन जाने के बाद आपको बेधड़क आधा किलोमीटर उस रेलवे ब्रिज पर चलना है आपको वो जोगमंडी वाटरफॉल का बोर्ड दिख जायेगा। दूसरी बात चिंता ना करे, आप जिस भी समय जायेगे बहुत सारे लोकल टूरिस्ट वहाँ पर होंगे वो आपको बता देंगे। जोगमंडी प्राकृतिक झरने में नहाते समय सावधानी ये रखनी है बदमाश और मस्तीखोर दोस्तो के साथ ना जाए क्योकी उन चट्टानों के पत्थर बहुत ही चिकने है आपका पैर पीसल सकता है। इसलिए आराम से बैठकर नहाने का लुफ्त ले। गर्मियों में भी आप आएंगे तो ये झरना बहता रहता है। लेकिन बारिश के मौसम में बहुत तेज बहता है।

#2. गुरु गोरखनाथ जी का मंदिर

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ये मंदिर गोरमघाट के एक ऊंचे पहाड़ पर बना हुआ है जहां मेरा अनुमान है 99% लोग नही जाते। क्योकी यहाँ पर जाने में एक से दो घण्टे का समय लगता है और चढ़ाई बहुत ज्यादा है। आप अकेले जायेगे तो हार मान जायेगे। यदि आप ग्रुप में पांच – दस लोगो के साथ जा रहे थे ज्यादा अवसर है की आप इस मंदिर तक पहुँच जाएंगे। जब आप जोगमण्डी झरने के रास्ते से जायेगे तो आपको सफेद रंग का ये मंदिर रास्ते से ही पहाड़ की सबसे ऊंची चोटी पर दिख जायेगा। सबसे अच्छी बात इतनी ऊंचाई पर होने के बावजूद यहाँ के संत-महात्मा आपको प्रसाद के रूप में भोजन खिलाएंगे। जो एक बहुत बड़ी बात है। भोजन के अलावा अन्य स्वास्थ्यवर्धक पेय पदार्थ और नास्ता भी आपको दिया जायेगा। सबसे अच्छी बात इसके ऊपर से आप पूरी पहाड़ी का आनंद ले सकते है। राजस्थानीयो के लिए हिमालय यही है।

#3. प्रभु सिंह जी री धूणी (Prabhu Singh Ji Dhuni )

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प्रभु सिंह जी री धूणी एक आश्रम है। जो गोरमघाट स्टेशन से कुछ ही दूरी पर स्थित एक आध्यात्मिक महत्व की जगह है। यहाँ पर आप किसी भी समय जायेगे तो प्रसाद व्यवस्था बारह महीने चालू रहती है। यहाँ पर संत प्रभु सिंह जी के तपस्थली पर कुछ समय व्यतीत करने के बाद आप आसपास प्राकृतिक वातावरण का आनंद ले सकते हैं। पशु-पक्षी प्रेमियों के लिए ये एक उत्तम जगह है। जुलाई महीने में यहाँ पर 12 दिन विशेष भजन कार्यक्रम चलता है। इस भजन प्रोग्राम में भाग लेकर और प्रभु सिंह जी की धूणी का दर्शन करने के साथ ही विशेष प्रसादम (भोजन) का लाभ जरूर उठावे। यहाँ पर आने का अनुभव भी बहुत अच्छा रहता है।

#4.  गोरमघाट का रहस्य और चमत्कार (Hidden Must Visit Place in Goramghat)

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यह मेरी खोज है मैं दावे के साथ कह सकता हूँ इसके बारे में 99% गोरमघाट घूमने वाले लोगो को जानकारी नही है। यह प्राकृतिक (अपने आप प्रकट हुआ भगवान महादेव का मंदिर है) मतलब कोई मानव निर्मित मूर्ति नही है। कुदरत से ही भगवान शिव का मंदिर, शिवलिंग, माता पार्वती व गणेश जी की मूर्ति बनी हुई है। शिवलिंग भगवान शिव की शक्तियों का प्रतिनिधित्व करता है। ये मंदिर बिल्कुल छोटा सा पहाड़  की चट्टान पर बना हुआ है। ये जोगमंडी झरने के ठीक बाजू में ही है। जोगमंडी झरने के ठीक दाए तरफ आप सीढ़ियों से भेरूजी के मंदिर के दर्शन करने चढ़ोंगे तो एक लेफ्ट साइड में चट्टान दिखेगी जिस पर आप चढ़ सकते हैं यही पर एक छेद बना हुआ है जिसके अंदर ये स्वयंभू भगवान शिव, पार्वती और गणेश जी की प्राकृतिक मूर्तिया बनी हुई है। साथ ही इसके अंदर टपकने वाला झरने का पानी मानो आपको मंत्रमुग्ध कर देंगा। ये आसानी से आपको नही दिखेगा। इसलिए पैराग्राफ में बताई गई सारी बातों को अच्छे से फ़ॉलो करे।

#5. रेलवे ब्रिज पर सेल्फी पॉइंट 

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गोरमघाट घूमने आने वाला हर पर्यटक चाहे वो लड़की हो या लड़का, बच्चा हो या बूढ़ा इस रेलवे ट्रेक (पुल) पर आकर सेल्फी जरूर लेता है। ये जो आप ऊपर फोटो देख रहे हो, इस ब्रिज पर पूरे दिन में सिर्फ एकबार ही ट्रेन गुजरती है बाकी 23 घण्टे ये खाली ही रहता है आप सुबह 7 बजे से 12 बजे के बीच इस ट्रैक पर चल सकते हैं और दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक इस ट्रैक पर पैदल चल सकते हैं। ये दोनों समय ट्रेन गोरमघाट स्टेशन पार कर चुकी होती है जिससे आप शत प्रतिशत सुरक्षित रहते हैं। दूसरी बात ये ब्रिज बहुत ऊंचाई पर और खाई में ऊपर बनाए गए हैं यदि आपको डर लगता है, ये चक्कर आता है तो कृपया ब्रिज ना जाए। लेकिन आपको एडवेंचर एक्टिविटी पसन्द है तो आप आसानी से  इस ‘गोरमघाट ब्रिज’ पर चल पाएगें।

#6. रेलवे सुरंग (Rail Tunnel Experience During Goramghat Journey)

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गोरमघाट के दौरान, मारवाड़ से मावली ट्रेन यात्रा और मावली (उदयपुर) से मारवाड़ तक की रेलयात्रा में कुल चार बडी सुरंग (गुफा) आती है जिससे पूरे रेल के अंदर अंधेरा हो जाता है। ये आनंद कुछ मिनटों का ही होता है लेकिन इस यात्रा में चार चांद लगा देता है। सावधानी बरतने वाली बात यह है की जब टनल (सुरंग) आये तो भूल से अपने रेल कोच के गेट (बाथरूम के पास वाले गेट) पर खड़े ना रहे। अपनी सीट पर बेठे रहे या ट्रेन के अंदर ही खड़े रहे।

गोरमघाट का प्रसिद्ध मावा (Goram Ghat Famous Sweet)

गोरमघाट यात्रा के दौरान बीच रास्ते में एक फुलाद रेलवे स्टेशन आता है जहाँ पर दूध का मावा नाम की मिठाई मिलती है। जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट है। हनारा परिवार जब भी जाता है तो एक किलो से दो किलो मावा जरूर लेता है। ये एक तरह आपके लिए वहाँ पर भोजन और नास्ते की तरह ही होता है क्योकी बाकी वहाँ पर खाने से लिए कुछ भी नही मिलता।

गोरमघाट में ठहरने की व्यवस्था  (Hotel in goram ghat)

ये बात सबसे महत्वपूर्ण है आप भूलकर भी दो दिन रूकने के मकसद से परिवार के साथ ना आए। क्योकी यहाँ के आसपास के 5 से 10 किलोमीटर के क्षेत्र में कोई भी अच्छी बजट होटल (Hotels) नही है। इसलिए परिवार के साथ या ग्रुप में एक दिन  (Plan only one day trip) का ही टूर बनाए।

FAQ सवाल जवाब

गोरम घाट का इतिहास क्या है?

Goram ghat History गोरम घाट को मेवाड़ और मारवाड़ का कश्मीर, राजस्थान का हिमाचल प्रदेश और दार्जलिंग कई नामो से जाना जाता है। अंग्रेजी शासन के दौरान मेवाड़ और मारवाड़ दोनो अलग-अलग राज्य हुआ करते थे। मेवाड़ से मारवाड को जोड़ने के लिए इस ट्रेन सेवा को शुरू किया गया था। गोरम घाट जितना हरी-भरी पहाड़ियों के लिए और रेल यात्रा के लिए प्रसिद्ध है। उतना ही अपने प्राचीन मंदिरों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है।

गोरम घाट में कुल कितने मंदिर है?
Answer – कुल छोटे-बड़े पांच मंदिर है। जिनमें शिव मंदिर, गुरु गोरखनाथ जी मंदिर और भेरूजी का मंदिर प्रमुख हैं।

गोरम घाट ट्रेन की स्पीड कितनी है?
Answer – सामान्य स्पीड 25 किलोमीटर प्रति घण्टा है और अधिकतम स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घण्टा है

गोरम घाट कहां पर स्थित है?
राजस्थान राज्य के पाली जिले में फुलाद गांव के निकट स्थित है। इसकी दूसरी लोकेशन गूगल मैप पर कचबली kachhbali (राजसमंद जिला) है।

गोरम घाट पाली जिले में है या राजसमंद में?
उत्तर – पाली जिला (Pali District)

मारवाड़ जंक्शन से गोरमघाट जाने के लिए कितने बजे ट्रेन है?

Answer – सुबह 11:30 बजे।

गोरमघाट रेल मीटरगेज पर चलती है या ब्रॉडगेज पर?
उत्तर – मीटरगेज

मारवाड़ से मावली की रेलयात्रा के दौरान कुल कितने रेलवे स्टेशन आते हैं?

उत्तर – अठारह (18) रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रूकती है। हर प्लेटफार्म पर पांच से दस मिनट रूकती है।

Goram Ghat Information in English

Question  Answer
Place NameGoram Ghat
Railway Station NameGoram Ghat
Nearby villagePhulad
Nearby Biggest TownKamlighat & jojawar
Nearby Cities Marwar junction, Deoghar.
ATM Not available
HotelsNA
RestaurantNA
Best Time for VisitMonsoon Season
Train Name Marwar to Mavali Unreserved Passenger
Best Months for a visitJune, July, August.
Google Map Location Kachhbali, Rajasthan, 313341.
goram ghat online bookingNot available
Goram ghat opening time24×7 Anytime you can visit.
goram ghat is hill stationYes
goram ghat Mountain height900 meters
goram ghat entry fee by car₹30/-INR.
goram ghat entry fee by train Free
where is goram ghat in rajasthanDistrict- Pali, Tehsil Marwar junction.
Total Train Halts stations 18
Best Place For Solo Traveler? No
Best Place ForGroup Travel
Travel Time:7h 10 Minutes
Distance     
151 km
Avg Speed:25 km/hr
Max Permissible Speed:

40 km/hr
Contact numberNA
HelplineNA
Official website NA
WikipediaNA
goram ghat waterfall NameJogmandi
Goram ghat tourist places nameGorakhnath temples, waterfall, wildlife experience, railway bridges, rail tunnel.

 Other Questions Answers About GoramGhat

NameGoram Ghat
Off SeasonSept to Feb
LocationPali, Rajasthan, India
Meaning“Hidden Heaven”
AccessBy Train 
Distance from Udaipur141 kilometers 
Best time to visitJune to August
ATMNA
HotelNA
Train Ticket Price30 Rupees

Ajmer To Goram Ghat के लिए सीधी कोई ट्रेन है?

Ans- नही। पहले आपको उदयपुर जाना होंगा वहाँ से सीधे ट्रेन मिल जायेगी।

Beawar to goram ghat के लिए कोई ट्रेन है?

Ans-  ब्यावर से गोरमघाट के लिए कोई भी ट्रेन सेवा उपलब्ध नहीं है।

Pali To Goram Ghat Distance.

Ans-  2 hours, 30 Minutes (93.1 Km)  via Pali-Bhilwara road, state highway 61.

Mavali To Udaipur Distance

57 Minutes ( 40 Kilometer )

Marwar junction to goram ghat distance

Answer –  1 hour, 50 minutes (65 Kilometer)

Marwar Junction to goram ghat train ticket price

Answer – Only Rs. 70/-

Jodhpur To Goram Ghat By Car

Answer – पहले पाली शहर आये > उसके बाद मारवाड़ जंक्शन > मारवाड़ से सीधे स्टेट हाइवे 61 से होकर 25 मिनट में जोजावर गांव पहुँच जाए > जोजावर से फुलाद और फुलाद गांव के अंदर से सीधा गोरमघाट !!!

Is any train available from jodhpur to goram ghat?

Answer- Not available.

What is the current weather forecast for Goram Ghat?

The weather in Goram Ghat is generally mild, with average temperatures ranging from 25°C to 35°C. The wettest months are July and August, with an average of 200mm of rainfall. The driest months are November and December, with an average of 50mm of rainfall.

What to do in Goram Ghat?

You can enjoy bathing in Jogmandi Waterfall, apart from this you can see the famous Hindu temples Prabhu Singh Ji Dhuni and Guru Gorakhnath. In addition, one can witness animals and birds in the Aravalli range and enjoy an adventurous train journey.


आज आपने राजस्थान के पाली, मारवाड़, राजसमंद जिले के मध्य में स्थित सबसे खूबसूरत प्राकृतिक पर्यटन स्थल गोरमघाट के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की। अपने सवाल / सुझाव / विचार नीचे ब्लॉग कॉमेंट बॉक्स में लिखे। यदि आपको घुम्मकड़ी पसन्द है तो इसको शेयर करें।

 

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