घर में कोई बीमार व्यक्ति हो, तो उसकी देखभाल इस तरह करें

बीमार व्यक्ति के लिए प्रार्थना in hindi

आज की ये पोस्ट हर उस पुरुष-महिला चाहे वो ज्यादा उम्र में हो या नोजवान युवा-युवतियां। आपके घर में इस कलयुग में हर सदस्य कभी ना कभी बीमार जरूर होता है। यही नही किसी बहुत गंभीर बीमारी का इलाज चल रहा होता है तब आप उसे सीधा हॉस्पिटल लेकर भागते हैं और उस कालकोठरी यानी बंद कमरे के प्रदूषित और डर वाले वातावरण में अपने परिजन, दोस्त या रिश्तेदार को रखते हैं। जो की प्रकृति के नियम के खिलाफ है। आज मैं, आपको अपने व्यक्तिगत अनुभव के साथ और मेरे स्वास्थ्य ज्ञान के आधार पर कुछ ऐसे प्रैक्टिकल टिप्स बताऊंगा जिससे की आप किसी भी बीमार व्यक्ति की अच्छे से देखभाल या देखरेख (सेवा) कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें ⇒ 15 ऐसे प्राचीन स्वास्थ्य नियम जो मरे हुए व्यक्ति को भी जिंदा कर सकते हैं!

रोगी को खुले आसमान में बिठाए

हमारा मानव शरीर पंचभूत या पंचतत्व से बना है उसके अंदर एक तत्व आकाश भी है। मरीज का छोड़िए, मैं आपसे एक सवाल पूछ रहा हूँ क्या आप एक दिन किसी बंद कमरे में रह सकते हैं? यही बात एक रोगी पर भी निर्भर होती है। जब किसी बीमार इंसान को खुले आसमान में लेकर जाते हैं तो उसको एक सुकून और शांति मिलती है। उसका आधा दर्द तो उस आसमान को देखकर ही खुश हो जाता है। मेरी बात पर ध्यान दीजिए की जब आप पेशेंट को खुले आसमान में लेकर जाते हैं तो उसके दो ओर फायदे होते हैं जैसे – वो अन्य लोगो को भी चलते-फिरते देखता है, बहुत सारे लोगो को बातें करते, हँसी-मजाक करते, ये सब गतिविधियां उसको मानसिक शांति प्रदान करती है। इसके अलावा दूसरा फायदा यह है की उसे स्वच्छ हवा मिलती है। मात्र शुद्ध हवा से व्यकि की कई सांस से संबंधित बीमारियां खत्म हो जाती है।

मरीज को धूप दिखाये  sunlight therapy for any type of disease patients 

धूप का मतलब सूर्य का प्रकाश या किरणे। यह बहुत चमत्कारी है। अक्सर हमको स्कूल या आसपास के लोगो ने यही एक मात्र फायदा बताया है की धूप लेने से विटामिन डी मिलता है और हड्डियां मजबूत होती है। लेकीन इसके अन्य बहुत सारे फायदे जानकार आप हैरान हो जाओगे। हर दिन 15 से 40 मिनट धूप में बैठने से आपके शरीर के कई विजातीय (गंदे) तत्व बाहर निकलते हैं। आपका तनाव कम होता है। 

तीर्थ स्थल पर घूमने ले जाये  [Travel for health in Hindi]

विश्वास कीजिए घूमना सबसे बड़ी असरकारक दवा है। आप एक बार इसको आजमाए। देखिए बीमार व्यक्ति को कई टूरिस्ट प्लेस तो लेके नही जा सकते लेकिन किसी मंदिर/मस्जिद/गुरुद्वारा/गिरजाघर तो लेके जा ही सकते हैं। आप जिस भी धर्म से हो अपने देश भारत में या दुनिया के हर कोने में कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है वहाँ पर आप घूमने जाए। उससे रोगी को बहुत ज्यादा आराम मिलेंगा। अगर आप हिन्दू है तो सबसे अच्छा हरिद्वार है आप दो दिन के हरिद्वार तीर्थ की योजना बनाए यहाँ पर सैकड़ो एक से बढ़कर एक ऐतिहासिक मंदिर है।

आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी) से इलाज करवाये

किसी भी बीमार व्यकि को ठीक करने का सबसे आसान और बिना चिर-फाड़ इलाज करने के लिए आयुर्वेद और नेचुरोपैथी चिकित्सा पद्ति सर्वोत्तम है। इन थेरेपी के अंदर रोगी के लक्षण को देखकर उस रोग की जड़ को खत्म किया जाता है। इस चिकित्सा के चिकित्सक आपको जीवन भर निरोग रहने के सूत्र भी सीखाते हैं।

एलोपैथी दवाइयां छुड़वाए

अगर आपने ये काम नही किया तो भले बाकी सारे टिप्स फॉलो कर दो कोई फर्क नही पड़ने वाला। क्योकी यह ठीक उसी प्रकार है की आप दस-बीस फास्टफूड खाकर एक किलोमीटर दौड़ लगा रहे हैं। इस मॉर्डन चिकित्सा पद्धति के काले-कारनामे देखने के लिए नीचे दी गई पोस्ट पढे। इसमें एलोपैथी(अँग्रेजी) दवाईया खाने के सारे नुकसान बताये गए हैं।

शुद्ध भोजन खिलाये

अब आपके मन में आ रहा होंगा की बीमार आदमी को क्या खिलाये या पिलाये बाहर मिलने वाला भोजन तो पूरा जहर है। मिलावट के इस दौर में क्या खिलाये और पिलाये? इसके लिए आप पेड़-पौधों से प्राप्त भोजन खाये। बाकी सभी तरह के खाद्य पदार्थ को छोड़ दे। इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी के लिए नीचे डीआईपी डाइट की पोस्ट पढे। इसको मात्र 7 दिन फॉलो करने से बड़ी से बड़ी बीमारी खत्म हो जायेगी!!

यह भी पढे –   पेड़-पौधों पर आधारित भोजन करने के फायदे।

योग व ध्यान करवाये

योगा और मेडिटेशन हमारे ऋषियों की खोज है। आज व्यस्त और भागदौड़ भरी जिंदगी में हमें यह सब करने के लिए समय ही नहीं है। लेकिन जो भी महिला-पुरूष आपके घर में बीमार है उसके पास तो भरपूर समय है तो आप उन्हें 1-2 घण्टे प्रातःकाल योग व ध्यान करवाये।

यह भी पढे – योग करने के फायदे 

 

एक आदमी 24 घण्टे रोगी के साथ रहे

अकेलापन  स्वस्थ आदमी को भी अच्छा नही लगता तो रोगी को कैसे लगेंगा? इसलिए हमेशा घर के एक सदस्य को उसके साथ रखें। निरंतरता बनाये रखने के लिए आप सभी परिवार के सदस्य समय बांट लो मतलब आप दो घण्टे उनकी सेवा करो, दो घण्टे अपने बच्चे को बिठा लो या आपके पास ज्यादा पैसा है तो एक नोकर को रख लो। लेकिन मेरा ऐसा मानना है और अनुभव भी रहा है की जब बीमार के साथ उसका सगा परिवार वाला होता है तो वो थोड़ा सुरक्षित व अच्छा महसूस करता है।

रोग निवारण मंत्र का जाप करे (bimar vyakti ke liye prathna)

अगर आप आध्यात्मिक दुनिया में विश्वास करते हैं तो हिन्दू धर्म के इस मृत्यु से बचाने वाले महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करें। आप रोगी को ये सुना भी सकते हैं और मन में बुलवा भी सकते हैं। इसके अलावा आप ख़ुद तीन माला दिन में किसी भी समय या सुबह/दोपहर/शाम एक-एक माला का जप करें। इसका भी एक विज्ञान है। आप हिन्दू हो या किसी भी धर्म क्यों न हो इसका जप कर सकते हैं। यह अनुभव सिद्ध बात है अकाल मृत्यु के समय जब कोई औषधी काम नही करती तब महा मृत्युजंय मंत्र से रोगी का उपचार किया जा सकता है।

प्राण की रक्षा करने वाला महामृत्युंजय मंत्र

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।

 

इस पोस्ट में निम्नलिखित टॉपिक को कवर किया;

  • bimar vyakti ke liye upay
  • bimar vyakti hai to kya karna chahie google

 

 Related Articles

शरीर कमजोर होने का कारण बनती है ये गलत अनहेल्दी फूड की आदतें

महत्वपूर्ण हैल्थ टिप्स सभी चिकित्सा के बारे में जानकारी

घर पर पीने का पानी शुद्ध करने के 15 तरीके और घरेलू उपाय

खूनी बवासीर क्यों होता है?

भारतीय संस्कृति में गाय का महत्व | गाय को गौ माता क्यों कहते हैं?

Leave a Comment