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स्वस्थ और रोगमुक्त जीवन कैसे जिएं | Healthy Life Kaise jiye?
हम सभी लोग जीवनभर बिना किसी चिकित्सा पद्धति के निरोग जीवन जीना चाहते हैै, लेकिन क्या यह आज वर्तमान में सम्भव हैं? जी बिल्कुल दोस्तो, सिर्फ आप अपनेे खान-पान मेंं बदलाव या सुधार कर स्वस्थ रह सकते हैं। अगर आपको यह समझ हो क्या खाना हैं। और क्या नही खाना हैं, तो आप कभी बीमार नही पड़ेंगे। ऋषि वाग्भट्ट जी, कहते हैं; जिस व्यक्ति ने भोजन को पहचान लिया और शरीर को जान लिया। वही असली डॉक्टर हैं। शरीर में कौनसा अंग कहा पर है, और शरीर के अंग-अवयव कैसे काम करते हैं, यह आप पुस्तकों या इंटरनेट के माध्यम से मुफ्त में सीख सकते हैं। |
आयुर्वेद के अनुसार दिनचर्या के आसान नियम
● सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठे ( प्रातःकाल 3 बजे से 4 बजे के बीच के समय को हम ब्रह्ममुहूर्त बोलते हैं ) हमारे ऋषि-मुनि और महापुरुष ब्रह्मुहूर्त में उठते थे।
● शाम को किसी भी हालत में 9 से 10 बजे सोने की आदत डाले। सुबह जल्दी उठने के लिए 9 बजे सोना जरूरी हैं। भारत के किसी आश्रम में आप एक- दो महीने समय गुज़ारोंगे तो आपको यह बात अच्छे से समझ में आ जायेंगी।
● सुबह पेशाब से पेट भरा हुआ हो तो, पैशाब करके, दो लोटा पानी पीये। बिना कूल्हा किये, बासी मुँह।
● मंजन और नीम के दातुन का उपयोग करें। अगर 100 साल तक दाँतो को बनाये रखना हैं तो।
● नहाने के लिए गाय के पंचगव्य से निर्मित साबुन का ही प्रयोग करें। देश में बहुत सारे गोप्रेमी संगठन ऐसे साबुन बनाते है। जो आपको बीस-तीस रुपये में मिल जाता हैं। गोमय साबुन लगाने के सैकड़ो फायदे है।
● योग और प्राणायाम को दिनचर्या का हिस्सा बनाये। इसको एक आदत बनायें। मुझे बहुत सारे चमत्कारिक लाभ मिले हैं। तो आपको भी 100% मिलेंगे।
● सुबह उठते ही अपना चेहरा दर्पण में देखे।
● सुबह उठते ही अपनी हथेलियों को देखें।
● सुबह सारी स्वास्थ्य गतिविधियों को करने के बाद स्वाध्याय जरूर करे। स्वास्थ्य का मतबल जो आपका लक्ष्य हैं, उससे संबंधित किताबे जरूर पढ़े। या फिर जो आपने अपने लक्ष्य के बारे में कॉपी में भविष्य की योजना बनाई हैं, उसको प्रतिदिन जरूर पढे। इससे आपको बहुत खुशी मिलेंगी। और आप पूरे दिन अपने आपको तनावमुक्त महसूस करोंगे। इसके साथ-साथ आप महान लोगो का जीवन परिचय भी पढ़ सकते हो इससे आपको उनसे प्रेरणा मिलती हैं। किस तरह उन्होंने अपने जीवन से संघर्ष कर वो मुकाम हासिल किया।
आयुर्वेद के 10 अत्यंत लाभकारी नियम
1. स्वच्छ वातावरण में गहरा व पूरा सांस लेने की आदत डाले।
2. संगीत चिकित्सा का पूरा लाभ उठाये ( गीत गाना, कोई भी वाद्य-यंत्र बजाना) इससे फेफड़े मजबूत होते हैं।
3. ध्यान करते समय या मंत्र जप करते समय, उगते हुए सूर्य देवता का नाभि-चक्र में प्रवेश हो रहा हैं। ऐसा भाव करें। इससे भी सारे रोग खत्म होते हैं।
4. माण्डुकी मुद्रा;- मुंह बंद करके जीभ को पूरे तालू के ऊपर दाए-बाए और ऊपर-नीचे घुमाए। तालू से टपकती हुई लार को पीऍ। लाभ: वात, पित, कफ की समस्या दूर होती हैं।
5.एक माला गायत्री मंत्र जप अवश्य करें। स्वस्थ और सुखी जीवन जीने के लिए। किसी उम्र का आदमी किसी भी समय कर सकता हैं। कोई पाबन्दी नही है।
6. उपवास (व्रत) से 80% रोग खत्म किये जा सकते हैं। उपवास काल में किसी भी प्रकार की औषधी का सेवन या भूल से ग्रहण करना, भयंकर आपदा को निमंत्रण देना हैं।
7. यदि कोई विषैला जंतु डंक मार देता है। तो मिट्टी की पट्टी
बांधने से तुरन्त आराम मिलता हैं। गहराई से खोद के निकाली मिट्टी सबसे अच्छी ।
8. यज्ञ समस्त बीमारियों की दवा हैं। प्रतिदिन अपने परिवार के साथ बैठकर यज्ञ करें। आपका और पर्यावरण दोनों का स्वास्थ्य अच्छा रहेंगा। इसके अलावा कभी आपके घर के आसपास संक्रामक बीमारिया आपके घर में प्रवेशनही करेंगी। यह है, ऋषि-मुनियों के यज्ञ की ताकत।
9. अपने आसपास की भोगोलिकता का ध्यान रखें। ऐसा स्थान जहाँ पर आपको लगता हैं। संक्रमित बीमारियां या गलत लोग हैं, वह स्थान तुरन्त छोड़ दे।
10. आयुर्वेद के चार नियम अपनाओ (सारी समस्या खत्म)
जीवन भर सेहतमंद रहने के लिए क्या ना खाएं ?
1. तली-भूनी चीजें, मसालेदार भोजन
2. फास्टफूड ( बर्गर, पिज्जा, कचौरी, सेन्डविच ) इत्यादि।
3. कुल्फी, आईस्क्रीम।
4. मैदा
5. रिफाइंड तेल ( सभी प्रकार के रिफाइंड तेल जो मशीनों से बनते हैं )
7. शक्कर और सफेद नमक ।
8. चाय और कॉफ़ी
9. सभी प्रकार की बाजार में मिलने वाली खाने की चीजे जैसे;- ( चॉकलेट, बिस्कुट और सुपारी )
10. अंग्रेजी दवाई ( जो आप मेडिकल से खरीदते हो )
11. सभी प्रकार के नशे से दूर रहें।
मैं स्वस्थ कैसे हुआ ?
आप आत्मविश्लेषण करे, की आप इन ऊपर दी गई लिस्ट में से कितनी चीजे वर्तमान में उपयोग कर रहे हो। और आज ही कसम खाये, की चाहे कितनी भी भूख लगे या कोई आदमी कितनी भी जबरदस्ती कर दे। मैं जीवनभर बीमारियों से बचने के लिए यह सारी चीजे नही खाऊंगा। मैं आपको जानकारी के लिए बताना चाहूंगा, की जब मेरी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी, और मुझे ऐसा लग रहा था, की आगर मैने अपनी बॉडी पर तुरन्त कोई एक्शन नही लिया तो मेरा मानव जीवन तो बर्बाद हो जायेंगा। फिर मेने स्वास्थ्य पर गहरा रिसर्च किया और आयुर्वेद के सारे नियमो को पूरे दिल से पालन किया। और आज मै एकदम स्वस्थ और निरोग जीवन जी रहा हूँ। इसके अलावा सुबह उठते ही मैं, एक प्राथर्ना बोलता हूँ। और यह प्राथर्ना इस प्रकार हैं- [ ” शरीर को भगवान का मंदिर समझकर, आत्मसयंम व नियमितता द्वारा आरोग्य की रक्षा करूंगा ] |
अगर यह स्वास्थ्य की बात आप सुबह उठते ही अपने बिस्तर पर बैठे-बैठे बोलते हैं। तो उस दिन कोई भी ऐसा काम आप नही करोंगे जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचता है ।
दोस्तों, यह बात सच हैं। जिस व्यक्ति के पास पैसा नही हैं या फिर कम पैसा कमा रहा हो, लेकिन उसके पास स्वास्थ्य है। तो वो आदमी खुश हैं। लेकिन जिस व्यक्ति के पास करोड़ो रुपये हैं। और शरीर और दिमाग उस आदमी के हाथ में नही हैं। बेकार हैं, वो सफलता। फिर वह आदमी सोचता है, की यार पैसा भी बहुत सारा कमा लिया, मजा क्यों नही आ रहा है।
TAGS;- bimari se pareshan, बीमारी से छुटकारा पाने का उपाय, swasth jeevan jeene ka tarika,

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नमस्कार, मुझे इंटरनेट में 7 सालो का गहरा अनुभव है। इसी अनुभव के आधार पर मैने पाया की इंटरनेट पर जीवन की हर समस्या का समाधान उपलब्ध हैं। मेरी पूरी कोशिश रहेंगी, इंटरनेट- दुनिया की हर काम की जानकारी आपके हित में बेस्ट कंटेंट के साथ साझा करने की।